जापान को पछाड़ भारत 2022 में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कार बाजार बन गया है। S&P ग्लोबल मोबिलिटी का अनुमान है कि 2022 में भारतीय हल्के वाहनों की बिक्री 4.4 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई, जो 2017 की तुलना में 23.4% अधिक है। इसके विपरीत, जापान का घरेलू बाजार 4.4% तक डिक्रीज हो गया। इसका मतलब है कि भारतीय घरेलू वाहनों की बिक्री पहली बार जापान से ज्यादा होगी।
2022 में 24.8 मिलियन यूनिट की बिक्री के साथ चीन सबसे बड़ा ऑटो बाजार बना हुआ है। चीन में 3.6% की ग्रोथ दर्ज करने की भी उम्मीद है। 2022 में 13.8 मिलियन यूनिट्स की बिक्री के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका दूसरे स्थान पर है।
उत्पादन के मामले में भारत हल्के वाहनों का चौथा सबसे बड़ा उत्पादक बना हुआ है। 2012 में इंडिया ने 3.8 मिलियन वाहनों का निर्माण किया था, जो अब 2022 में बद कर 5 मिलियन के पर चला गया है।
भारत 2022 में सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार था, और इसने 20% से अधिक की दो अंकों की ग्रोथ दर्ज की। S&P ग्लोबल मोबिलिटी के एसोसिएट डायरेक्टर गौरव वांगल ने कहा कि टॉप 10 में भारत उन तीन बाजारों में शामिल है, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों में ग्रोथ दर्ज किया है। 2023 में, S&P ग्लोबल मोबिलिटी के मुताबित भारतीय ऑटो उद्योग के 5-8% बढ़ने की उम्मीद है।
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