VehicleMech

बुलेट ट्रेन से भी तेज चलती है ये इलेक्ट्रिक कार

पिछले 1-2  सालों से दुनियाभर में इलेक्ट्रिक कारों की मांग तेजी से बढ़ी जा रही है। इसके पीछे का कारन पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें और कार्बन उत्सर्जन को कम करना है।

आजकल बाज़ार में कई उन्नत, लग्ज़री और हाई-टेक कारें आ चुकी हैं। ये कारें कई तरह की आधुनिक तकनीक से लैस हैं। इसके बावजूद आज भी इलेक्ट्रिक कारों की क्षमता पर सवाल उड़ाए जाते  हैं।

जल्द ही इलेक्ट्रिक कारें भी हवा की रफ्तार से दौड़ती नजर आएंगी। क्रोएशियाई इलेक्ट्रिक कार निर्माता Rimac ने हाल ही में अपनी नई 'Nevera' हाइपरकार के साथ वर्ल्ड स्पीड रिकॉर्ड बनाया है।

Navera ने 412 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हासिल कर दुनिया की सबसे तेज इलेक्ट्रिक कार का खिताब हासिल किया है। कार को रिमाक के चीफ टेस्ट एंड डेवलपमेंट ड्राइवर मिरो जारेंसविक द्वारा चलाया गया था।

Navera ने जर्मनी में ऑटोमोटिव परीक्षण पैपेनबर्ग ट्रैक पर चार किलोमीटर की 2 सीधे दौड़ के दौरान विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस दौरान कार हाई-स्पीड मोड में चलाई गई थी।

इस कार ने ड्रैग और डाउनफोर्स के बीच अच्छा संतुलन बनाता है। नेवेरा ने पहली बार 412 किमी प्रति घंटे की रफ्तार हासिल की है। Rimac की टीम ने भी यही लक्ष्य रखा था। 

इस कार को पहली बार 2018 के जिनेवा मोटर शो में C_Two कॉन्सेप्ट के रूप में दिखाया गया था। Navara में चार इलेक्ट्रिक मोटर है, जो मिलकर 1914 हॉर्स पावर जनरेट करती हैं।

कंपनी के मुताबिक यह कार 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार सिर्फ 1.95 सेकंड में और 0 से 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार 4.3 सेकंड में पकड़ सकती है।

ये कार महज 8.582 सेकंड में एक चौथाई मील से अधिक की दूरी तय करने वाली दुनिया की सबसे तेज कार बन गई। जब यह कार बाजार में लॉन्च की जाएँगी, तो इसकीटॉप स्पीड 352 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।

ये कार महज 8.582 सेकंड में एक चौथाई मील से अधिक की दूरी तय करने वाली दुनिया की सबसे तेज कार बन गई। जब यह कार बाजार में लॉन्च की जाएँगी, तो इसकीटॉप स्पीड 352 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।

विशेष परिस्थितियों में इसकी गति को 412 किलोमीटर प्रति घंटे तक अडजस्टेड किया जा सकता है। हालांकि नेवेरा दुनिया की सबसे तेज इलेक्ट्रिक कार है, लेकिन इसे अभी भी पेट्रोल कारों से आगे निकलना बाकि है।